Wednesday 22 March 2017

दादी प्रकाशो तोमर


साठ साल की उम्र में अपनी पौती के निशानेबाजी प्रशिक्षण में दादी प्रकाशो को निशानेबाजी का शौक चढ़ा। उसने शीघ्र इसमें अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की। प्रकाशो तोमर ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में लगभग 32 मेडल जीतकर रिकार्ड कायम किया। उनका कहना है कि जब उन्होंने पहली बार चेन्नई व दिल्ली में मेडल जीते तो पुरुष निशानेबाजों ने मेडल लेने के लिए मेरे साथ मंच पर खड़े होने से इंकार कर दिया था। क्योंकि उन्हें एक बूढ़ी औरत के साथ मंच पर शर्म महसूस हो रही थी। आज प्रकाशो तोमर कई स्थानों पर शूटिंग प्रशिक्षण दे रही हैं। 80 वर्ष की इस उत्साही ग्रामीण महिला से युवा वर्ग को प्रेरणा लेना चाहिए।

No comments:

Post a Comment